बुलंदशहर के गावों को भी सैनिटाइज कराने में जुटा जिला प्रशासन; ग्रामीणों की कराई जा रही थर्मल स्क्रिनिंग, 5 संदिग्धों को किया गया आइसोलेट

कोरोनावायरस का असर पूरे देश में तेजी से फैलता जा रहा है। यूपी के बुलंदशहर में जिला प्रशासन पूरी तरह हरकत में आ गया है। मंगलवार को वीरखेड़ा गांव में स्वास्थ्य विभाग की पांच टीमों ने यहां पहुंचकर घर घर व गली गली में केमिकल का छिड़काव कर पूरे गांव को सैनिटाइज करने का काम शुरू किया।  सभी ग्रामीणों की थर्मल स्क्रीनिंग भी करायी जा रही है। वहीं, बुलन्दशहर शासन के आदेश पर ज़िला कारागार से सात साल के दंडनीय अपराधिक मामलो मे विचाराधीन 135 बंदियों को भी रिहा किया गया है।


वीरखखेड़ा बुलंदशहर का वही गांव है जहां हाल ही में कोरोना पॉज़िटिव केस सामने आया था। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की 5 टीमों ने पूरे गांव की स्क्रीनिंग और सैनिटाइजिंग की। स्क्रीनिंग के दौरान टीम को पांच सन्दिग्ध और मिले जिनको आइसोलेट कर दिया गया है। इसी गांव में कोरोना पॉज़िटिव शख्स के आठ सदस्यों  को भी आइसोलेट कर  सेम्पल जांच के लिए मेरठ भेजे गए हैं। वहीं, जिला प्रशासन ने गांव की तीन किलोमीटर की परिधि को रेड जोन घोषित कर लोगों के आवागमन पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है।  


वहीं, बुलन्दशहर शासन के आदेश पर ज़िला कारागार से सात साल के दंडनीय अपराधिक मामलो मे विचाराधीन 135 बंदी रिहा किया गया है। कोरोना वायरस के खतरे के चलते अन्तरिम जमानत पर विचाराधीन 135 बन्दियों को दो माह के लिए रिहाई दे दी गयी। सरकार के आदेश के बाद ज़िला कारागार में जिला न्यायाधीश नीलकंठ सहाय द्वारा कोर्ट कारागार में बैठी थी। जहां इनसभी 135 बन्दियों को जमानत पर दो माह के लिए रिहा किया गया।