जानसापुरा क्षेत्र की जिस 65 साल की महिला की कोरोना से मौत हुई है, वह कई लोगों के संपर्क में आई थी। उसने सबसे पहले क्षेत्र के निजी डॉक्टर को दिखाया था। इसके अलावा वह बेगमबाग में मुस्लिम समाज के धरने में शामिल हुई थी। 22 मार्च को महिला को चेरिटेबल में भर्ती कराया था। यहां डॉक्टर, स्टाफ और परिजन के संपर्क में आई। जिस कर्मचारी ने उसे एंबुलेंस में बैठाया था, अब वह भी कोरोना संदिग्ध है। स्वास्थ्य विभाग ने महिला के संपर्क में आए 40 लोगों की स्क्रीनिंग की। महिला के परिवार में ही 11 लोग हैं, इनमें से पांच कोरोना संक्रमण के पॉजिटिव पाए गए हैं।
शहर में एक ही दिन में छह कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने से पूरा शहर हाई रिस्क पर है। नोडल अधिकारी डॉ. एचपी सोनानिया ने जांच में महिला के चेहरे पर सुजन, सांस लेने में तकलीफ, सर्दी-खांसी, बुखार व ऑक्सीजन की कमी पाई थी। महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने जानसापुरा और केडीगेट क्षेत्र को ब्लॉक कर दिया। इसके सभी रास्तों पर बैरिकेड्स लगाए हैं। इधर, मौत के बाद महिला को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।